शिविर में किया 1 हजार 963 लोगो ने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन चार दिवसीय प्रतिबंधात्मक एवं उपचार षिविर का हुआ समापन

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अमित शर्मा। झाबुआ अभीतक
राकेश पोद्दार
झाबुआ। शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय द्वारा आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट झाबुआ के सहयोग से आयोजित चार दिवसीय प्रतिबंधात्मक एवं उपचार षिविर का गुरूवार को समापन हुआ। चार दिनों में कुल 1 हजार 963 षिविरार्थियों ने सहभागिता करते हुए षिविर को सफल बनाने में सहभागी बने। अंतिम दिन 570 लोगों ने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कर आयोजकों से इस षिविर को आगामी दिनों में पुनः आयोजित करने हेतु आग्रह किया। 
शिविर के चैथे दिन समापन अवसर पर आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी एवं जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ सदस्य यशवंत भंडारी, रोटरी मंडल 3040 के डिस्ट्रीक्ट पब्लिक इमेज चेयरमेन एवं युवा अभिभाषक उमंग सक्सेना, संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर, वरिष्ठ सदस्य डाॅ. पीके पाठक सुधीरसिंह कुषवाह,, सेवा प्रकल्प अध्यक्ष रविराजसिंह राठौर ने षिविर में सहभागिता की। अतिथियों द्वारा भगवान धनवन्तरि के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर षुभारंभ किया गया। पष्चात् जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. रमेष भायल, चिकित्सालय प्रभारी डाॅ. मीना भायल के साथ अतिथियों द्वारा स्वयं अपने हाथों से षिविर में आने वाले लोगों को आयुर्वेदिक काढा पिलाया गया। षिविर में पंजीयन कार्य प्रतिदिन की तरह ही एचके पाठक एवं ओमप्रकाष राठौर द्वारा किया गया। 
षिविरार्थियों ने की आगामी दिनों में आयोजन करने की मांग
इस दौरान आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने पहुंचे कई लोगों ने षिविर के आयोजकों से कहा कि वे आगामी दिनों में भी यदि इस तरह का षिविर आयोजित करते है, तो वे इसकी जानकारी मिलने पर जरूर षिविर में आकर इस आयुर्वेदिक औषधि का सेवन कर अपने आपको रोग निरामय बनाने में सहभागी होंगे। जिस पर इस दौरान षिविर प्रबंधकों द्वारा आवष्यक विचार-विमर्ष भी किया गया। 
1 हजार 963 षिविरार्थी हुए लाभान्वित
आसरा ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष श्री नागर ने बताया कि षिविर के प्रथम दिन 285, द्वितीय दिवस 528, तृतीय दिवस 580 एवं चैथे तथा अंतिम दिन 570 लोगों ने षिविर का लाभ प्राप्त किया। इस प्रकार 4 दिनों में 1 हजार 963 षिविरार्थियों ने काढ़े का सेवन किया, पिछले वर्ष आयोजित षिविर में यह संख्या 1700 के आसपास थी। चार दिवसीय षिविर को सफल बनाने में चिकित्सालय की ओर से डाॅ. दीपेषसिंह कठोता, डाॅ. कैलाष पाटीदार के साथ स्टाॅफ में श्रीमती तैयबा यास्मीन, रेखा डामोर, पूजा पाटीदार, संगीता कलसिया, बापूसिंह डामोर, मंजुला देराश्री, लक्ष्मीनारायण, दलसिंह, रघुवीरसिंह, रामचन्द्र गोहरिया, धुरधरसिंह, दिनेष एवं आसरा ट्रस्ट की ओर से विषेष सहयोग संस्थापक सचिव नीरजसिंह राठौर, सेवा प्रकल्प सचिव सुनील चैहान, जयेन्द्र बैरागी, देवेन्द्र पटेल, दौलत गोलानी, श्रीमती वंदना व्यास लीना नागर, हसुमति परिहार, सीमा चैहान, पद्मावती त्रिवेदी आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

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