अमित शर्मा
झाबुआ 25 फरवरी। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा अपनी संस्कृति से परिचय करवाती है लेकिन असली परीक्षा जीवन मे होती है। जीवन का मूल मंत्र गायत्री महामंत्र है। हम सुधरेंगे युग सुधरेगा है। जैसे विचार ही गायत्री परिवार आधार है। इसे सभी विद्यार्थीयों को प्रेरणा स्वरूप अपने जीवन मे उतारना चाहिए।
अतिथि उदबोधन।
उक्त विचार अपर कलेक्टर एसपीएस चौहान ने आज स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ बसंत कालोनी पर आयोजित जिला स्तरीय भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के पुरस्कार वितरण समारोह मे मुख्यअतिथि के रूप मे व्यक्त किए। श्री चौहान ने विद्यार्थीयो को अपने जीवन से जुडे प्रेरक प्रसंग सुनाते हुए कहा की जीवन मे आगे बढने ओर प्रगति करने के लिए चार नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होने जीवन मे गायत्री मंत्र के साथ ही आरोग्यता , रचनात्मक चिंतन , निरंतर कार्य ओर समय प्रबंधन के बारे मे बताते हुए बच्चों को प्रेरित किया।
विशेष अतिथि मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा डीएस चौहान ने अपने उदबधोन मे कहा की गायत्री मंत्र प्राणवायु है जितनी बार हम बोलते है उतनी बार अपने शरीर का हर अंग कंपन करते हुए आक्सिजन ग्रहण करता है। उन्होने गायत्री मंत्र की महत्ता ओर दिर्घायु जीवन जिने के उपाय बताए।
समारोह मे जिला समन्वयक घनश्याम वैरागी ने गुरूदेव द्वारा किये गये रचनात्मक कार्यो के बारे मे जानकारी दी। परीक्षा के सचिव एसएस पुरोहित ने प्रतिवेदन का वाचन किया। परीक्षा के जिला संयोजक श्याम त्रिवेदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
पुरस्कृत किया विद्यार्थीयों को----
जिला एवं तहसील स्तर पर मेरिट मे आए प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र नगद राशि एवं उपहार दिया गया। पुरस्कृत विद्यार्थीयों ने परीक्षा से संबंधित अपने अनुभव व्यक्त किए। तहसील संयोजक हेमन्त शुक्ला, एमएल बसोड, अंतरसिंह रावत, सरदारसिंह चैहान का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिद्वय द्वारा दीप प्रज्वलन व देव पूजन कर किया गया। श्रीमती स्नेहलता पुरोहित एवं गुणमाला डांगी ने मंगल तिलक लगाकर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के पूर्व कामाक्षी मलिक ने संगीतमय गीत की प्रस्तुति दी। समारोह मे दीपक त्रिवेदी, दिनेश कुमार डांगी, एनपी गुप्ता, अरूण कुमार अरोडा, विनोद गुप्ता, सरोज गुप्ता, रचना त्रिवेदी का विशेष सहयोग रहा। समारोह मे शेक्षणिक संस्थाओं के शिक्षक-शिक्षिकाएं सहित बडी संख्या मे गायत्री परिजन उपस्थित थे।संचालन विनेाद जायसवाल ने किया आभार प्रशांत मलिक ने माना।