अमित शर्मा
झाबुआ- गुरुवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पारा में बालिका सशक्तिकरण महाअभियान के अन्तर्गत जिला पुलिस विभाग द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम एसपी महेशचंद जैन व अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। पश्चात अतिथियों का स्वागत विद्यालीन परीवार द्वारा पुष्प माला भैट कर किया। इस अवसर पर एस. डी. ओ. पी. सोभाराम परिहार, डी. एस. पी. महिला सेल बबीता बामनीया,पुलिस चैकी पारा प्रभारी बी. एस. बघेल एस. आई. भी उपस्तिथ थे।
कार्यक्रम में जिला पुलिस अधिक्षक महेशचन्द्र जैन ने विद्यालीन बालिकाओं को समझाते हुए कहा कि श्री जैन ने यह बताया कि गांव में 15-17 वर्ष कि अधिकांश बालिकाओं कि शादी हो जाती है। उसका मुख्य कारण उनका अनपड या कम पढेलिखे होना है। जो बालिकाएं बोलने में संकोच करती है वह अपने उपर हो रहै अत्याचार को बोल नही पाएगी। लडकियों को भगा कर दुसरे प्रदेश राजस्थान गुजरात में लेजाते है। ताकि पुलिस और परिवार के लोग उन्हे नही ढुंढ पाए। वही जाकर वह मजदुरी करते है। साल भर तक अगर वह नही मिले तो जो बेटि अभि नाबालिग ही है। उसके भी एक बेटि हो जाति है। और वह भी अशिक्षित रह कर मजदुर बन जाती है।
मैं दिसम्बर 16 में आया जबसे लेकर मैने देखा कि जिले में बेटियों के भागने व अपहरण करने कि 70-80 प्रतिशत शिकायते विभिन्न थानो में दर्ज हुई। इसको लेकर जिले भर में गाव-गाव जाकर खाटला बैठक करके ग्रामीणो से चर्चा करी। गत वर्ष 149 प्रकरण पुलिस थानो में दर्ज हुए। वास्तव् में यह संख्या कई ओर अधिक ज्यादा है।डी. एस. पी. महिला सेल बबीता बामनीया व एस. आई. तारा मैडम ने भी छात्राओं को अपने संसमरण सुनाएं और छात्राओं को अपनी पडाई पुरी करने के लिए प्रेरित किया। पुलिस अधिक्षक श्री जैन ने उपस्थित छात्राओं को 18 वर्ष से पहले विवाह नही करने व पढने के लिए संकल्प दिलवाया।कार्यक्रम में श्री चौहान प्राचार्य बालक विरेन्द्रसिंह सिसोदिया प्राचार्य कन्या मनोज खाबीया प्रभारी प्राचार्य गुलाबसिंह डावर सहीत पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारी व उप सरपंच दिपेश जेन शुभम सोनी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आशिष पंडिया ने किया।