अमित शर्मा
झाबुआ । माता रानी की आराधना के शारदेय नवरात्री के प्रथम दिन 28 वें श्री नवदुर्गा महोत्सव समिति राजगढ नाका द्वारा आयोजित विशाल नवरात्री महोत्सव ने फिर एक बार नगर में इतिहास स्थापित कर दिया । दे भर के विभिन्न प्रातो की सांस्कृतिंक प्रस्तुतियों ने एक से बढ कर एक नयनाभिराम प्रस्तुतिया देकर हजारों की संख्या में जिले भर से आये लोगों का भरपुर मनोरजन किया । इस अवसर पर विा रूप से जोधपुर ाक्तिपीठ की गुरूमाई महामंडलेवर पूज्य चंदनप्रभाजी महाराज आार्वाद देने के लिये उपस्थित थे । वही प्रदेश के मंत्री दर्जा प्राप्त श्री विजय दुबे, सुरेश आर्य, विधायक निर्मला भूरिया, विधायक शातिलाल बिलवाल, पुलिस अधीक्षक महेशचन्द्र जैन के अलावा बडी संख्या में नेतागण एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति रही । एमटू परिसर से दोपहर 1 बजे दे के विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने बसस्टेंड स्थित बनाये गये मंच पर अपनी प्रस्तुतिया देकर हर र्दाक को सराबो र कर दिया । चल समारोह में कडाबीन से फुलों की तोप से पुपर्वा की प्रस्तुति दुर्गज ने दी । हाथी, उंट एवं घोडो पर लक्ष्मीबाई विा आर्काण का केन्द्र रही ।
बच्चों के मनोरजन के लिये पाचं कार्टूनों ने बच्चों का मनोरंजन किया । आदिवासी दल का नृत्य ने काफी तालिया बटोरी, मध्यप्रदे की प्रसिद्ध संस्था के कलाकारों ने िवजी की बारात की प्रस्तुति में बेटी बचाओं पर प्रेरक सन्दे दिया । कला सुब्बा के मार्गर्दान में कई राट्रीय एवं अन्तर्राट्रीय पुरस्कार प्राप्त सिक्कीम के के दल द्वारा नेपाल की सांस्कृतिक झांकी तमंग नृत्य की प्रस्तुति देकर हजारों हजार तालियों को बटोरने में सफलता प्राप्त की । वही पंचमुखी हनुमान एवं बाल हनुमान की जीवन्त झांकी एवं भजन पर उनकी प्रस्तुति ने र्दाकों को आल्हादित कर दिया । अलताफ सिद्धी के अफ्रीकी दल ने अपने अन्दाज में अफ्रीका का प्रसिद्ध नृत्य प्रस्तुत करके सभी को खु कर दिया । महावीर डांस ग्रुप के स्थानीय बेटियों ने भी अपनी कला का बेजोड प्रर्दान किया तथा होली गीत प्रस्तुत करके तालिया प्राप्त की । वही आदिवासी लोकगायक शशाक तिवारी एवं उनकी टीम ने आदिवासी अंचल के प्रसिद्ध गीतों की संगीत मय प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया । असम से आये कलाकारों ने ने अपनी चित्तर्काक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी । राजस्थानी लोक नृत्य की प्रस्तुति स्थानीय छात्राओं ने प्रस्तुत की । सुरेन्द्र नगर गुजरात के संयम परिवार ने काठियावाडी स्टाईल मे नृत्य की प्रस्तुति देकर लोगों को अचंभित कर दिया । वही उडीसा के नोखाई जोहर के अवसर पर किये जाने वाले पंरपरागत लोकनृत्य डालखई नृत्य की प्रस्तुति का र्दाको ने एकटक निगाहों से आनंदन लिया । गुजराती फिल्मो की प्रसिद्ध अभिनेत्री यास्वी जानू पटेल एवं गायक सूरज पटेल ने भी अपने गीत एवं नृत्य प्रस्तुत करके युवावर्ग की सतत तालिया प्राप्त की । तैलांगाना के दल द्वारा ढोली नृत्य की प्रस्तुति दी तथा इसे सभी ने काफी पसंद किया । सुरेन्द्र नगर से आये दल से अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोहा । कलर्स टीवी के प्रसिद्ध धारावाहिक ससुराल सिमरन की मुख्य अदाकारा दिपीका कक्कड विा आका्रण का केन्द्र रही । कापनवन के प्रसिद्ध बेंड ने राट्रीय गीतों के साथ ही मां पर आधारित फिल्मी गीत प्रस्तुत करके काफी तालिया बटोरी । वही कार्यक्रम के मुख्य आर्काण का केन्द्र अपने गीतों से पूरे दे मे धुम मचाने वाले प्रवीण चौबे ने अपना प्रसिद्ध गीत ऐ झामरू... प्रस्तुत किया वही टण्टिया मामा पर उनकी गीत रचना ने सभी को झुमने को बाध्य कर दिया । इस अवसर पर मंच के निकट महिलाओं ने उनके गीतों पर डांस करके माहौल को आनन्दमय कर दिया । मां दुर्गा की विाल प्रतिमा की सवारी के र्दान कर हर कोई नमन करने का बारध्य हो गया ।
इस अवसर पर गुरूमाई महामंडलेवर कंचन प्रभाजी ने अपने आार्वाद प्रदान करते हुए कहा किवे नवरात्री पर कही भी नही जाती है और मौन साधना मे रहती है किन्तु राजगढ नाका के शेलेश दुबे एवं ओम शर्मा की भक्ति उन्हे खिंच लाई। मेनेजमेंट का गुर राजगढ नाका के शेलेश दुबे एवं ओम शर्मा की सेवायें लगता मुझे भी लेना पडेगी । उन्होने चल समारोह की सफलता का आावा्रद देते कहा कि यह कार्यक्रम इतना अधिक विाल बने कि स्वयं प्रधानमंत्री भी इसमें आकर िरकत करें ।उन्होने कार्यक्रम की उत्तरोत्तर सफलता के लिये आार्वाद दिये ।बसस्टेंड से होते हुए चन्द्रोखर आजार मेन रोड, बाबेल चौराहे होकर जेन मंदिर से होकर लक्ष्मीबाई मार्ग होकर राजवाडा चौक विाल चल समारोह पहूंचा जहां बनाये गये मंच पर कलाकारों अपनी प्रस्तुतिया देकर सभी का मन मोहा । नगरपालिका की ओर से कलाकारों का परंपरागत रूप से सम्मान किया गया । यहां स ेचल समारोह नेहरूमार्ग होते होतु चारभूजा चौराहे से ,कालिका माता मंदिर होता हुआ सिंचाई कालोनी होकर राजगढ नाका पहूंचा जहां कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतिया दी । करीब 4 किलो मीटर का फासला तय कर विशाल ऐतिहासिक चल समारोह का समापन राजगढ नाके पर हुआ जहां माता रानी की आरती एवं प्रसादी का वितरण किया गया । नगर में जगह जगह विभिन्न समाजों, स्वयं सेवी एवं सामाजिक संस्थाओ ,आदि ने चल समारोह का स्वागत किया । नगर मे जगह जगह पेय जल, नाते आदि की व्यवस्था भी जनसहयोग से की गई । राजगढ नाका मित्र मंडल ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
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