अमित शर्मा
झाबुआ। जिले से कुपोषित बच्चों की संख्या कम करने के लिए कुपोषित बच्चों को डे-केयर सेन्टर पर रखकर नियमानुसार संतुलित आहार उपलब्ध करवाने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को एवं कुपोषित बच्चों के माता-पिता काम की तलाश में अन्य राज्यो में ना जाये,इसके लिए कुपोषित बच्चों के माता-पिता को गॉव में ही रोजगार गारण्टी योजना में प्राथमिकता पर रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए सीईओ जनपद को प्रभारी कलेक्टर ने निर्देश दिये। उक्त निर्देश प्रभारी कलेक्टर भी अनुराग चौधरी ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में एडीएम श्री दिलीप कपसे सहित जिला अधिकारी एवं एसडीएम उपस्थित थे। बैठक में विभागवार लंबित समयावधि पत्रों, जनसुनवाई, जनशिकायत, सी.एम.हेल्पलाईन ,सी.एम.घोषणा की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये गये। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं सी.एम.हेल्पलाईन के पोर्टल को खोलकर जानकारी देखी गई। गॉव वार कुपोषित बच्चों की संख्या की समीक्षा की गई एवं जिस फलिये एवं गॉव में 3 से अधिक बच्चें कुपोषित है , उन फलिये में विशेष फोकस करके बच्चों को सुपोषित करने के लिए आंगनवाडी कार्यकर्ता को व्यक्तिगत जिम्मेदारी सौपंने के निर्देश दिये गये। यदि बच्चें सुपोषित नही हो पाते है तो आंगनवाडी कार्यकर्ता के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करे। आंगनवाडी केंद्र के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आंगनवाडी केंद्र पर बच्चों को एकत्रित कर वेण्डर से आधार पंजीयन करवाये। यदि वेण्डर नही आये तो एसडीएम को सूचित करे। बाल विवाह की रोकथाम के लिए एसडीएम एवं महिला एवं बाल विकास विभाग समन्वय के साथ कार्य करे। सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में विवाह समारोह आयोजित करने के लिए बालिकाओं का पंजीयन कर विवाह करवाकर योजना से लाभांवित करे।सभी बसो में किराया सूची एवं सभी बस स्टेण्ड़ों पर किराया सूची प्रदर्शित करने के लिए जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया गया। सभी एसडीएम डायवर्जन परिवर्तित भू-भाटक , आर.आर.सी. इत्यादि की वसूली पर विशेष ध्यान दे।