अमित शर्मा
झाबुआ -गत वर्ष 12 सितंबर को पेटलावद (झाबुआ ) में भीषण ब्लास्ट हुआ था जिसको आज 1 वर्ष पूर्ण हो गया है।ब्लास्ट की पहली बरसी पर पीड़ित परिवार नगर की जनता की और से मृत आत्माओं को शांति मुक्ति के लिए महामृत्युंजय का पाठ स्थानीय श्रद्धांजलि चौक पर विधि विधान से किया जा रहा है पाठ कर्म सुबह 8:00 बजे प्रारंभ हो चुका था। चौराहे पर धुप बत्ती लगाकर नगर की जनता द्वारा भी श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही हे वही पेटलाव्द के व्यापारियों ने बन्द को अपना समर्थन देकर अपने प्रतिष्ठान नहीं खोलें । चौराहे पर पुलिस और प्रशासन की चौकसी भी लगी हुई है
कलेक्टर एसपि भी पहुचे थे--
रविवार करीबन 8:00 बजे रात कलेक्टर आशीष सक्सेना एव एसपी संजय तिवारी भी पेटलावद करीबन 8:00 बजे रात में पहुंचे तथा आम जनता से चर्चा कर आयोजन को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील करी थी।
झाबुआ -गत वर्ष 12 सितंबर को पेटलावद (झाबुआ ) में भीषण ब्लास्ट हुआ था जिसको आज 1 वर्ष पूर्ण हो गया है।ब्लास्ट की पहली बरसी पर पीड़ित परिवार नगर की जनता की और से मृत आत्माओं को शांति मुक्ति के लिए महामृत्युंजय का पाठ स्थानीय श्रद्धांजलि चौक पर विधि विधान से किया जा रहा है पाठ कर्म सुबह 8:00 बजे प्रारंभ हो चुका था। चौराहे पर धुप बत्ती लगाकर नगर की जनता द्वारा भी श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही हे वही पेटलाव्द के व्यापारियों ने बन्द को अपना समर्थन देकर अपने प्रतिष्ठान नहीं खोलें । चौराहे पर पुलिस और प्रशासन की चौकसी भी लगी हुई है
कलेक्टर एसपि भी पहुचे थे--
रविवार करीबन 8:00 बजे रात कलेक्टर आशीष सक्सेना एव एसपी संजय तिवारी भी पेटलावद करीबन 8:00 बजे रात में पहुंचे तथा आम जनता से चर्चा कर आयोजन को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील करी थी।
सांसद भूरिया भी पहुचे ---
ब्लास्ट की पहली बरसी पर मृतकों को श्रृद्वांजली देने के लिए क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया भी पहुंचे। श्री भूरिया ने मृतकों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोंक संवेदना व्यक्त की।
प्रशासन सजग --
ब्लास्ट की पहली बसरी पर किसी अप्रीय घटना से निपटने के लिए पुलिस एवं प्रशासन चुस्त नजर आया। पुलिस एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारी नगर के गलियों ओर मुख्य स्थान पर सतत नजर रखे हुए है।
वही कुछ पीड़ित परिवारो में निराशा भी अभी बनी हुई हे की मुख्यमंत्री जी घोषणाओं के बाद भी उनकी परिवारो को सरकारी मदद के लिए सरकारी कार्यलयों के चक्कर काटना पड रहे हे ।