अमित शर्मा "झाबुआ अभीतक "
झाबुआ । नगर के छोटा तालाब स्थित श्री मनकामेष्वर महादेव मंदिर में षिव महापुराण कथा का आयोजन हो रहा है। जिसमें प्रतिदिन कथा वाचक पं. द्विजेन्द्र व्यास द्वारा षिवजी का महिमा का वर्णन किया जा रहा है। समापन पर आरती एवं प्रसादी का आयोजन हो रहा है। कथा का वाचन करते हुए षनिवार दोपहर कथा वाचक पं. व्यास ने भगवान षिवजी की पुश्पों, फलों से पूजन करने का महत्व बताया। उन्होंने बताया कि सुंगधित पुश्पों से भगवान की पूजा करने पर श्रद्धालुओं पर उनकी विषेश कृपा प्राप्त होती है। षिवजी को बिल्व का पत्र एवं धतुरा प्रिय है, इसलिए यह अर्पण करना चाहिए। इसके साथ जल एवं दूध से अभिशेक करने का भी विषेश महत्व है। इस अवसर पर उन्होंने कैलाष पर्वत और वैकुंठ धाम का भी वर्णन किया। साथ ही सृश्टि की उत्पत्ति किस तरह हुई, इसके बारे में बताया। कथा के समापन पर भगवान षिवजी की आरती की गई। पश्चात् प्रसादी वितरण किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं एवं मंदिर समिति से जुड़ी महिला निर्मलाबाई पंवार, षिवकुमारी गोस्वामी, रेखापुरी गोस्वामी, गीताबाई राठौर, षंकुतला गोस्वामी के साथ पुरूशों में कृश्णा सांकला, मनोहरसिंह चैहान सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे।