थांदला (पवन नाहर) - जिला पुलिस झाबुआ विगत दो पखवाड़े से जिले के विभन्न स्थानों पर खाटला चौपाल लगा रही है। खाटला चौपाल लगाने का मुख्य उद्देश्य वनांचल के ग्रामीण वनवासी भाई और बहनों में जागृति लाते हुए उन्हें शिक्षा के लाभ बताना है। वनांचल में अधिकाँश आबादी अनुसूचित जाति/जनजाति की होती है और उनमें रूढ़िवादी परम्परा हावी है जिससे बालिकाओं को कम पढ़ना, समय से पहले उनकी शादी कर देना, दहेज-दापा जैसी प्रथा और शराब की लत ने जुर्म की हर दहलीज भी पार कर दी है। जिला पुलिस कप्तान ने खाटला में उक्त समस्त कु प्रथाओं पर कुठाराघात करते हुए शिक्षा के फायदे बताते हुए उन्हें उच्च प्रशानिक पद पर आने की बात कही। जिला कप्तान ने बताया कि इस जिले में कई बेटियां ऐसी है जिन्होंने प्रशासनिक स्तर पर उच्च पद पर आसीन होकर महिलाओं का गौरव बढ़ाया है। जिला पुलिस कप्तान ने पुरुष वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि आज गरीबी का मूल कारण शराब हो गई है व्यक्ति अगर शराब को छोड़ दे तो वह प्रगति पथ पर अग्रसर हो सकता है। उन्होंने शराब बताया कि जिले में ही नही पुरे देश में अधिकाँश दुर्घटनाओं की वजह भी शराब पीकर वाहन चलाना है।
अंत में उन्होंने बेटियों सहित पूरे ग्रामीणजन को संकल्प दिलाते हुए प्रतिज्ञा करवाई की शराब को छोड़ कर बच्चों को साक्षर बनाएंगे। बच्चों ने भी संकल्प लिया की 18 वर्ष तक पढ़ना और पढ़ाना है - जीवन सुखद बनाना है। आयोजन में सरपंच मुन्ना मैडा ने आभार माना जबकि उप सरपंच सावंसिंह वसुनिया, विरसिंग भाई, खुमानसिंह मुणिया, चेतिया भगत, धनजी भगत, पत्रकार आत्माराम शर्मा, पवन नाहर, sdop एन एस रावत, ti शेरसिंह बघेल सहित स्थानीय पुलिसकर्मी अनेक समाजसेवक तथा ग्रामीणजन उपस्थित थे।