अमित शर्मा
झाबुआ। विष्व पूज्य दादा गुरूदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीष्वरजी मसा की 190वीं जयंती एवं 110वां स्वर्गारोहण दिवस गुरूवार को श्वेतांबर जैन समाज सहित गुरू भक्तों द्वारा तप-जप एवं आराधना के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर गुरूदेवजी द्वारा प्रतिष्ठित श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में धर्म की गंगा बहेगी। मुख्य रूप से यहां श्री राजेन्द्र सूरीष्वरजी मसा की महापूजन होगी। पश्चात् महाआरती का भव्य आयोजन होगा। इस दिन जिले से हजारो की संख्या में भक्तजन गुरूदेवजी के समाधि स्थल मोहनखेड़ा तीर्थ पहुंचकर भी उनके दर्षन-वंदन करेंगे। यह जानकारी देते हुए गुरूभक्त रिंकू रूनवाल ने बताया कि गुरू सप्तमी पर 5 जनवरी को बावन जिनालय में सुबह 5 बजे से ही समाजजनों सहित गुरूभक्तों का दादा गुरूदेवजी के दर्षन के लिए तांता लगेगा। गुरू मंदिर में विराजित गुरूदेवजी की सुंदर अंगरचना की जाएगी एवं श्रावक-श्राविकाओं द्वारा उनके दर्षन-वंदन किए जाएंगे। सुबह 6.30 बजे से श्री भक्तांबर स्त्रोत एवं गुरूगुण इक्कीसा, प्रातः 8 बजे से श्री राजेन्द्रसूरीष्वरजी मसा की महापूजन का आयोजन होगा। पश्चात् समाजजनो द्वारा आयमिल की आराधना की जाएगी। दोपहर में सामूहिक सामायिक का आयोजन होगा। शाम 6 बजे से गुरूदेवजी के जाप एवं महा आरती का भव्य आयोजन किया जाएगा।
मोहनखेड़ा तीर्थ पर उमड़ेगा भक्तों का सैलाब
इस दिन श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर गुरू भक्तों का जनसैलाब उमड़ेगा। देषभर से गुरू भक्त दर्षन के लिए मोहनखेड़ा तीर्थ पहुंचेंगे। यहां मेले जैसा माहौल रहेगा। भक्तों द्वारा दादा गुरूदेव के दर्षन-वंदन करने के साथ करने के साथ ही यहां विराजित जीवदया प्रेमी मुनि श्री ऋषभचन्द्र विजयजी मसा का भी आर्षीवाद प्राप्त किया जाएगा। झाबुआ जिले से हजारों की संख्या में समाजजन सहित भक्तजन भी मोहनखेड़ा तीर्थ पहुंचेंगे। बुधवार को प्रातः भक्तामर स्त्रोत पाठ का लाभ मनोहरलाल बाबेल परिवार ने लिया। प्रातः 8 बजे से श्री राजेन्द्रसूरिष्वरजी की अष्टप्रकारी पूजन का आयोजन हुआ। पूजन के लाभार्थी स्व. श्री कांतिलाल रूनवाल की स्मृति में शकुंतला रूनवाल परिवार द्वारा लिया गया। पूजन श्री संघ द्वारा संपन्न करवाई गई। विधि ओएल जैन ने करवाई। दोपहर 2 सामूहिक सामायिक एवं गुरूदेवजी के जीवन पर आधारित प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सामायिक एवं प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित करने का लाभ स्व. शांतिलाल रूनवाल की स्मृति में सुभद्रा अनिल रूनवाल ने लिया। शाम 6 से साढ़े 6 बजे तक गुरूदेवजी के जाप किए गए। जिसके लाभार्थी राजेन्द्रकुमार मेहता परिवार रहा।
11 श्राविकाओं का किया गया सम्मान
बुधवार को पिछले वर्ष गुरू सप्तमी पर्व से लेकर आज तक 11 श्राविकाओं द्वारा कुल 44 हजार सामायिक की गई। सामायिक के अंतर्गत साधक द्वारा एक स्थान पर बैठकर शास्त्र अध्ययन, प्रभु भक्ति, ध्यान एवं जाप आदि क्रियाएं की गई। इन 11 श्राविकाओं लीलाबेन भंडारी, ताराबेन सकलेचा, भारती नाहटा, मनोरमा नाहटा, पुष्पा नाहटा, प्रेमलता पोरवाल, कमलाबेन मुथा, कोकिलाबेन मेहता, ताराबेन दयड़ा, प्रेमलता संघवी एवं अंतिम मोगरा का सम्मान श्री संघ की वरिष्ठ महिलाओं द्वारा किया गया।