अमित शर्मा। झाबुआ अभीतक
राकेश पोद्दार
झाबुआ। भारत स्काउट एवं गाइड मप्र जिला एसोसिएषन झाबुआ के वार्षिक कार्यक्रम अनुसार द्वितीय सौपान एवं द्वितीय चरण प्रषिक्षण जांच षिविर माॅडल स्कूल छापरी विकासखंड रामा में 1 से 5 अक्टूबर तक आयोजित किया गया। यह पांच दिवसीय षिविर कलेक्टर एवं भारत स्काउट-गाइड अध्यक्ष आषीष सक्सेना के निर्देषन तथा सह-मुख्य आयुक्त गणेष भाबर के मार्गदर्षन में रखा गया। जिसमें जिले के 102 स्काउट, 50 गाइड, 73 कब एवं 14 बुलबुल, इस प्रकार कुल 239 शिविरार्थियों ने सहभागिता की।
षिविर में द्वितीय सौपान, द्वितीय चरण तक के पाठ्यक्रम की पुनरावृत्ति कर प्रत्येक स्काउट गाइड एवं कब-बुलबुल की जांच की गई। षिविर के प्रत्येक दिवस रात्रि में केम्प फायर, लालफुल, कलरव आदि का आयोजन किया गया। जिसमें स्काउट, गाइड, कब एवं बुलबुल ने विभिन्न कार्यक्रम किए। द्वितीय सौपान गाइड के षिविर का संचालन एसोसिएषन की जिला सचिव शशिकला त्रिवेदी, कब के द्वितीय चरण का संचालन संयुक्त सचिव प्रदीप पंड्या, स्काउट शिविर का संचालन जिला संगठन आयुक्त बृजकिषोरसिंह सिकरवार तथा सहायक षिविर का संचालन गोपाल बामनिया, सागरी निगवाल, नीरज कोरान्ने, ललिता परमार, ओमप्रकाश त्रिपाठी, पुरालाल चैहान, पीटर कटारा, नानसिंह बारिया, मोहन ने किया। इस अवसर पर विषेष रूप से उपस्थित वरिष्ठ स्काउटर एलएन षर्मा ने स्काउट-गाइड के द्वितीय सौपान के विभिन्न कोर्स के बारे में बताया। पांच दिवसीय षिविर के संयोजक एसोसिएषन के जिला उपाध्यक्ष जयेन्द्र बैरागी रहे।
प्रत्येक स्काउट को अपनेे कर्तव्य के प्रति वफादार होना चाहिए
शिविर के समापन अवसर पर अतिथि के रूप में भारत स्काउट-गाइड जिला एसोसिएषन के जिला उपाध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी, यषवंत भंडारी, श्रीमती किरण षर्मा, जिला हेड क्वार्टर कमिष्नर उमंग सक्सेना उपस्थित रहे। श्रीमती षर्मा ने अपने उद्बोधन में स्काउट-गाइड की प्रसंशा की। श्री भंडारी ने कहा कि स्काउट विष्वसनीय होता है एवं कोई भी ऐसा कार्य नहीं करे, जो विष्वसनीयता के विपरित हो। प्रत्येक स्काउट को अपनेे कर्तव्य के प्रति वफादार होना चाहिए। डाॅ. त्रिवेदी ने कहा कि आप सभी ऐसी संस्था से जुड़े है, जो अंर्तराष्ट्रीय स्तर की है, जिसके माध्यम से हमे समाज से जुड़कर समाज की सेवा करने का सुअवसर प्राप्त होता है तथा हम एक अच्छे और अनुषासित नागरिक बनते है। हमारा षारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं भावनात्मक प्रक्रिया का विकास होता है। श्री सक्सेना ने आगे कहा कि आज बच्चें अपने उद्देष्य से भटक रहे है, किन्तु उन्हें यहां आकर लग रहा है कि स्काउटिंग चारित्रिक विकास के साथ आत्म विष्वास, निष्ठा का भी करबद्ध विकास करता है। समापन कार्यक्रम का संचालन जयेन्द्र बैरागी ने किया एवं आभार प्रदीप पंड्या ने माना।
सेल्फ लर्निंग माड्यूल्स का हुआ आयोजन
इसके साथ ही 5 अक्टूबर को एक दिवसीय स्काउटर गाइडर सेमिनार एवं सेल्फ लर्निंग माड्यूल्स का भी आयोजन किया गया। जिसकी षुरूआत स्काउट प्रार्थना के साथ हुई। सेमिनार में 25 स्काउटर ने भाग लिया। सेल्फ माॅड्यूलस में 20 षिक्षक-षिक्षिकाओं ने भाग लेकर स्काउट के महत्व को समझा।