झाबुआ। सामाजिक महासंघ झाबुआ के तत्वाधान मे प्रोगेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन व वरिष्ठ नागरिक फोरम के सहयोग से आयोजित किए जा रहे छः दिवसीय विशाल प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का शुभारंभ 15 जुलाई मंगलवार को हुआ। पहले दिन उपचार कराने के लिए 160 लोगो ने अपना पंजीयन करवाकर उपचार करवाया।
स्थानीय अम्बा पैलेस गार्डन पर आयोजित किए जा रहे शिविर मे रोजाना सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक एवं सांय काल 4 बजे से रात्री 7.30 बजे तक प्राकृतिक चिकित्सा की जा रही है। शिविर का विधिवत शुभारंभ रामशरणम् के सुसाधक आनंद विजय सिंह सक्तावत , आजाद साहित्य परिषद् के अध्यक्ष डाॅ के के त्रिवेदी, प्रोग्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ललीत त्रिवेदी, वरिष्ठ नगारकि पेंशनर्स एसोसिएशन की अध्यक्षा शांति वसुनिया , डाॅ लोकेन्द्र सिह राठौर ने दीप प्रज्जवलन किया।
इस अवसर पर आनंद विजयसिंह सक्तावत ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली जीवन मे उतार ली जाए तो रोगो से मुक्ति मिलेगी। डाॅ त्रिवेदी ने कहा कि चिकित्सक की परामर्श अनुसार अपने जीवन को संयमित रखे। इस अवसर पर समाजसेवी विद्यारामजी शर्मा, डाॅ. नीरजसिंह राठोर, पी डी रायपुरिया, कुलदीपसिंह, एन एल पाटीदार, भेरूसिंह चैहान, जयेन्द्र बैरागी, पं. गणेश प्रसाद उपाध्याय, मधुसुधन शर्मा, उमाकांत शर्मा, रतनसिंह राठौर, विनोद जायसवाल, रूपसिंह खपेड, प्रदीप पड्या, पुरूषोत्तम ताम्रकर, उमंग सक्सेना, जोहर भाई, अजय सिह पंवार, मुकेश बैरागी, अब्बु दादा, नटवरिसंह राठौर, शरद शास्त्री का पंजीयन एवं शिविर मे सराहनीय योगदान रहा।
इन रोगो का हुआ ईलाज
शिविर मे ब्लड प्रेशर, शुगर , पेट दर्द, मोटापा, हाथ पैर मे सुन्न होना, जोडो का दर्द, संास की तकलीफ, अनिद्रा, चिकिनगुनिया, पिंडली दर्द, एलर्जी, नाक, कान, गला दर्द, माइग्रेन, आदि बिमारियो का बिना दवाई के एक्यूप्रेशर द्वारा सफल चिकित्सा जयपुर के अनुभवी चिकित्सको द्वारा की जा रही है।
क्या कहना है मरीजो का
झाबुआ के रहने वाले शब्बीर भाई बोहरा, विनोद चैहान, भागवत शुक्ला, कैलाशचन्द्र पाटीदार खरडू, नवलसिंह नायक रम्भापुर, लक्की कटारा मेघनगर, आदि ने अपने अनुभव मे अवगत करवाया कि प्राकृतिक शिविर में लिए गए उपचार से हमे बहुत राहत महसूस हो रही है।
जयपूर से आये चिकित्सको ने दी सेवाएं
उक्त प्राकृतिक शिविर मे छः दिनो तक सहयोगी के रूप में डाॅ लक्ष्मणसिंहजी, सिताराम जी, रमेश जी आदि लोगो के द्वारा सराहनीय सेवाए दी जा रही है। उक्त शिविर मे बाहर से आने वाले मरीजो के लिए निःशुक्ल जलपान एवं भोजन के साथ ठहरने की संपूर्ण व्यवस्था की गई है।