अमित शर्मा [झाबुआ अभीतक ]
स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने देष में हर वर्ग, धर्म और समाज के लिए किया कार्य -ः रमेष डोषी
स्व. अटलजी के देवलोकगमन से पूरा देष मौन -ः श्रीमती भारती सोनी
स्व. वाजपेयी का झाबुआ से भी दिली नाता था -ः यषवंत भंडारी
झाबुआ। देष के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न से सम्मानित, पूरे देषवासियों के हितैषी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का बीत दिनों दिल्ली में एम्स में उपचार के दौरान देवलोकगमन हो गया है। उनके स्वार्गावास से पूरा देष जैसे शोक स्तब्ध है एवं देष में चहु ओर स्व. वाजपेयी को अलग-अलग माध्यमों से भावांजलि देने का क्रम जारी है।
इसी क्रम में जिला मुख्यालय झाबुआ पर भी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को शहर के मध्य आजाद चैक पर सर्व धर्म, सर्व समाज, सर्व सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा मिलकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शनिवार रात 8 बजे स्थानीय आजाद चैक पर सकल व्यापारी संघ के बेनर तले आयोजित कार्यक्रम में शहरवासियों ने मिलकर स्व. वाजपेयी को नमन करने के साथ उन्हें व्यक्तित्व, कृतित्व एवं जीवन पर संक्षिप्त प्रकाष डाला। बाद सभी उनके चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पण कर दो मौन का मौन रखकर भावांजलि अर्पित की। साथ ही इस दौरान एक स्वर मंे अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे ....., अमर रहे ... के जयघोष लगाए गए।
स्व. वाजपेयी का देवलोकगमन पूरे देष के लिए बड़ी क्षति
आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सर्वप्रथम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के बनाए गए बेनर पर दीप प्रज्जवलन किया गया। पष्चात् उनके चित्र के सम्मुख मोमबत्तीयां भी प्रज्जवलित की गई। बाद सभा का संचालन करते हुए सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने बताया कि आज यह श्रद्धांजलि सर्व धर्मों के लोगों एवं सर्व समाज के लोगों के साथ शहर की सभी सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के लिए संयुक्त रूप से रखी गई है। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का देवलोकगमन पूरे देष के लिए एक अपूरणीय क्षति के समान है, जिसकी पूर्ति इस युग में कभी भी नहीं की जा सकती है।
स्व. वाजपेयी के स्वार्गावास से पूरा देष मौन
पश्चात् श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम बार एसोसिएषन झाबुआ के अध्यक्ष रमेष डोषी ने कहा कि हम सभी के लिए यह गौरव का विषय रहा है कि स्व. अटलजी जैसे व्यक्ति ने इस देष में जन्म लिया और 93 वर्ष तक देष की सेवा के लिए तत्पर और समर्पित रहे। उन्होंने 5 साल तक सरकार चलाईै। विधानससभा, राज्यसभा सदस्य भी रहे। राजनीति में रहकर उन्हें सभी धर्मों और समाजों के लिए सराहनीय कार्य किया। जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ सदस्य यषवंत भंडारी ने बताया कि स्व. अटलजी का गत दषकों में झाबुआ आगमन भी हो चुका है। झाबुआ में उन्होंने जब सबसे पुराने प्याऊ मां के दो आंसू पर लिखा स्लोगन पाप और पुण्य का तराजू देखा था, तो उन्हें यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई थी। श्री भंडारी ने कहा कि स्व. अटलजी के रूप में राजनीति में देष के एक बहुत बड़े संत को खोया है। श्रीमती भारती सोनी ने व्यंग्यात्मक शैली में कहा कि आज एक सन्नाटा है, जो समझ से परे, पूरा देष मौन है। श्रीमती सोनी ने कहा आज पूरा राष्ट्र स्व. अटलजी को नमन कर रहा है।
सत्ता का नहीं रहा लोभ
बोहरा समाज के अध्यक्ष नुरूद्दीनभाई बोहरा ने कहा कि स्व. वाजपेयी का पूरा जीवनकाल ही संघर्षषील रहा है। उन्हंे सत्ता का कभी लोभ नहीं रहा। आज देष ने एक महापुरूष को खो दिया है। रोटरेक्ट क्लब आजाद से संजय कांटठी ने एक सुझाव देते हुए कहा कि जिस तरह से हम शहीद चन्द्रषेखर आजाद की जयंती एवं बलिदान दिवस पर उन्हें याद और नमन करते है, उसी तरह से हम हर वर्ष स्व. अटलजी को भी उनकी जन्मतिथि और पुण्यतिथि पर उन्हंे याद करते हुए इस तरह से सामूहिक रूप से कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें कार्यों का स्मरण करे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी अपने घरों पर स्व. वाजपेयी का एक फोटो आवष्यक रूप से लगाए, ताकि उनकी स्मृति सदैव सभी के मन में बनी रहेगी।
आज की पीढ़ी स्व. अटलजी के जीवन से प्रेरणा ले
शिवगंगा के राजाराम कटारा ने कहा कि स्व. अटलजी में अनेक गुण विद्यमान थे। आज की पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आदर्षों पर चलने की आवष्यकता है। सकल व्यापारी संघ के सह-सचिव पंकज जैन मोगरा ने बताया कि स्व. वाजपेयीजी के भाजपा में रहने के बावजूद विपक्षी पार्टी कांग्रेस से भी अच्छे संबंध रहे। उनका व्यक्तित्व इतना देदीप्यमान था कि उनके गुणों का बखान करने के लिए शब्द भी कम पड़ जाए। वरिष्ठ साहित्कार पं. गणेषप्रसाद उपाध्याय ने सरल शब्दों में कहा कि उनकी विषेषताओं का बखान के लिए हिन्ही साहित्य में इतने शब्द नहीं है। पं. उपाध्याय ने कविता के माध्यम से स्व. अटलजी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अमीरी-गरीबी में नहीं रखा भेदभाव
सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन के सचिव निखिल भंडारी ने कहा कि आज की पीढ़ी को अटलजी के सिद्धांतों पर चलने की नितांत आवष्यकता है, उन्होंने अमीरों और गरीबों में कोई भेदभाव नहीं रखा और सभी को हमेषा समान माना। आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर ने आसरा ट्रस्ट की ओर से स्व. वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्वेतांबर जैन समाज से वरिष्ठ ओएल जैन ने सहज शब्दों में कहा कि स्व. अटल का शरीर जरूर अब पंचतत्व में विलीन हो गया है, परन्तु आत्मा अजर और अमर होती है और वह इस रूप में सदैव हमेषा हमारे साथ मौजूद रहेंगे। युवा कलाकार अंबरीष भावसार ने स्व. अटलजी से बातचीत की एक सुंदर क्लिीपिंग सुनाई। नीमा समाज से अध्यक्ष मनमोहन शाह ने कहा कि स्व. अटलजी के स्वार्गावास से ऐसा लगात है कि कोई अपना इस दुनिया से चला गया है, उन्होंने नीमा समाज की ओर से श्रद्धांजलि दी।
स्व. अटलजी का व्यक्तित्व काफी उज्जवल था
पर्यावरण प्रेमी पं. राजकुमार देवल ने स्व. अटलजी को एक वट वृक्ष की तरह बताया है, जिस तरह से पेड़ को खड़ा रहने के लिए जड़े मजबूत होना चाहिए, इसी तरह देष को खड़ा रखने के लिए स्व. अटल जैसे व्यक्तित्व की जरूरत पर प्रकाष डाला। धार्मिक संस्था गायत्री परिवार की ओर से विनोदकुमार जायसवाल ने बताया कि स्व. वाजपेयी वेद माता मां गायत्रीजी के परम साधक थे और जो मां गायत्री का साधक होता है, निष्चित ही उसका व्यक्तित्व का काफी उज्जवल और देदीप्मान होता है। अंत में जिला आजाद साहित्य के अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी ने कहा कि स्व. अटलजी बिना थके और बिना रूक सत्त चलते थे। वे राजनीति और लोकतंत्र के भीष्म पितामह थे। स्व. वाजपेयी अपने उद्देष्यों के प्रति काफी सजग थे।
इन संस्थाओं एवं समाजजनों ने की सहभागिता
भव्य श्रद्धांजलि सभा में शहर की सकल व्यापारी संघ, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, संकल्प ग्रुप, जिला पतंजलि योग समिति, जिला टेंट एवं लाईट एसोसिएषन, श्री राम रोटी समिति, सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन, बार एसोसिएषन, लाईट फिटींग एसोसिएषन, संस्कार भारती, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत, बजरंग व्यायाम शाला, निजी चिकित्सा संगठन, राजपूत महिला मंडल, रोटरी क्लब मेन, रोटरी क्लब आजाद, रोटरेक्ट क्लब, जिला पेंषसर्न एसोसिएषन, हनुमान टेकरी सेवा समिति, सार्वजनिक गणेष मंउल, राजवाड़ा मित्र मंडल, जिला आजाद साहित्य परिषद्, गुड मार्निंग क्लब, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, श्री मनकामेष्वर महादेव मंदिर समिति, राजपूत समाज, गायत्री शक्तिपीठ काॅलेज मार्ग, गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी, श्री सत्यसांई सेवा समिति, अखिल भारतीय जैन संगठना, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के साथ समाजों में नीमा समाज, राजपूत समाज, सींध समाज, सकल जैन समाज, सींधी समाज, मुस्लिम समाज, बोहरा समाज आदि समाजजनों की सहभागिता रहीं।
चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की
श्रद्धांजलि सभा के अंत में सभी वक्ताओं के साथ सभी संस्थाओं एवं समाज के लोगांे द्वारा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर उन्हें नमन किया गया। बोहरा समाज की ओर जोरहभाई बोहरा द्वारा स्व. अटलजी के चित्र पर भव्य माला अर्पण की गई। इससे पूर्व दो मिनिट का मौन भी रखा गया। सभी ने सामूहिक रूप से स्व. अटल बिहारी वाजपेूयी अमर रहे ... अमर रहे ... के जयघोष लगाने के बाद अपने गतव्य स्थलों के लिए प्रस्थान किया।