अमित शर्मा
झाबुआ- यदि किसी को रात को 2 बजे एक बेग मिले और उसे खोल के देखने पर उसमे हीरे का नेकलेस,मंगल सूत्र ,और सोने के जेवर मिले तो वो क्या करेगा जाहिर हे एक बार तो उसके मन डोल जाएगा की वह यह बेग अपने पास रख ले और चुपचाप वहा से निकल ले । परन्तु हम यहाँ झाबुआ पुलिस के दो ईमानदार कर्तव्यनिष्ट ऐसे दो आरक्षकों की बात कर रहे हे जिन्हें यह बेग मिला और उन्होंने ईमानदारी और कर्तव्य का परिचय देते हुए उसे सुरक्षित बेग के मालिक तक उसे पहुचा दिया यह आरक्षक हे झाबुआ कोतवाली में पदस्थ उपेंद्रसिंह कुशवाह और संदीप बधेल ।
एसपी महेशचन्द जैन से प्राप्त जानकारी अनुसार दोनों आरक्षक बीती रात्रि रतनपुरा क्षेत्र में गश्त पर थे तभी रात्रि करीब 2 बजे के आसपास एक घर के बाहर उन्हें एक बेग पड़ा हुआ मिला दोनों आरक्षक की नजर उस बेग पर पड़ी पहली बार तो उन्हें लगा की शायद घर के अंदर चोरी हुई हे दोनो ने बेग को खोल कर देखा तो उसमे रकम , मोबाइल,और रूपये पड़े { जिसकी कीमत करीब पांच लाख रूपये थी} थे । दोनों आरक्षकों ने सुझभुझ से पहले तो घर की घेरा बन्दी करवाई| उसके बाद घर खुलवाया जहा पर रंजना पंडया पति मुकुल पंडया अपने घर पर ही मोजूद थे बेग के बारे में जानकारी पूछने पर अपना बेग होना स्वीकार किया | उन्होंने बताया की वह रात्री को डोक्टर को दिखाने गये थे वापस लोटते समय घर के बाहर ही बेग गिर गया था | आज सुबह एसपी कार्यालय पर उन्हें बेग एसपी जैन ने अपने हाथो से वापस किया जिससे पण्डया दम्पति के चेहरे पर ख़ुशी साफ़ झलक रही थी ।
एसपी श्री जैन ने एडीजी अजय शर्मा के निर्देश पर दोनों उच्च कर्तव्यनिष्ठ आरक्षको को तिन तिन हजार रुपये से पुरुस्कत करने की घोषणा करी | आज झाबुआ पुलिस के इन दोनों आरक्षको के इस प्रशंसनीय कार्य से पुलिस ने जनता का विश्वास हासिल किया हे। जो की वाकई में तारीफ काबिल हे ।