अमित शर्मा "झाबुआ अभीतक"
झाबुआ। शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा चैक पर जन्माश्टमी पर्व पर श्री कृश्ण जन्मोत्सव समिति गुरूवार रात दही हांडी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें देखने के लिए हजारों का जनसैलाब उमड़ा। स्पर्धा में कुल 5 टीमों ने हिस्सा लिया। अंततः ठीक 11.50 मिनिट पर बजरंग व्यायाम षालाओं के पहलवान युवाओं ने हाड़ी फोड़कर 11 हजार रू. नगद एवं पुरस्कार के रूप में षील्ड प्राप्त की। इस दौरान आलकी के पालकी .... जय कन्हैयालालजी से पूरा राजवाड़ा गूंज उठा। आयोजन के बीच में मिमीक्रा एवं हास्ट के सम्राट भोपाल निवासी दीप राजा ने लोगो को गुदगदाने एवं वाहवाही लूटने का कार्य किया। कार्यक्रम षाम साढ़े 7 बजे से आरंभ हुआ। सर्वप्रथम समिति के सरंक्षक दौलत भावसार, लालाभाई चाहौन, अध्यक्ष मनोहर मोदी, महासचिव सुधीर कुष्वाह, कार्यक्रम संयोजक अजय पंवार ने भगवान श्री कृश्णजी के चित्र पर माल्यार्पण किया। हांडी फोड़ कार्यक्रम देखने के लिए आयोजनस्थल पर षाम साढ़े 6 बजे से ही आसपास के अंचलों से ग्रामीण महिला-पुरूश, युवाओं के साथ बच्चों का आना षुरू हो गया। रात 8 बजे तक पूरा राजवाड़ा लोगांे की भीड़ से खचाखच भर गया। राजवाड़ा पर पैर रखने तक की जगह नहीं बची। किसी ने दही हांडी का छत पर खड़े रहकर तो किसी ने राजवाड़ा चैक के ओनो-कोनो में बैठकर कार्यक्रम का लुत्फ उठाया।
फिल्मी कलाकारों की आवाज निकालकर दिल लूटा
षाम साढ़े 7 बजे से मिमिक्री के कलाकार दीपक राजा ने अपनी प्रस्तुतति देना षुरू की। उन्होंने पुराने फिल्मी कलाकारांे किषोरकुमार, राजकुमार के साथ षनि देओल, अम्बरीष पुरी के साथ हास्यास्पद्र गानों एवं एक्टींग कर दर्षको का जीत लिया। उनकी हर कलाकारी एवं मिमिक्री पर दर्षक हंसी से लौट-पोट हुए और उनकी वाहवाही करने से नहीं चूके।
9 बजे से षुरू हुई प्रतियोगिता
दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता ठीक 9 बजे से षुरू हुई। प्रतियोगिता से पूर्व सभी टीमों के गोपालों एवं मौजूद कृश्ण भक्तों से आलकी की पालकी ..... जय कन्हैयालालकी के जयघोश लगवाए गए। इसके बाद प्रवेष षुल्क जमा करने के क्रमानुसार टीमों ने हांडी फोड़ने का प्रयास किया। स्पर्धा में कुल 5 टीम जय माता दी, बजरंग व्यायाम षाला, आर्यन्स क्लब, पप्पू वाखला टीम और पाॅलिटेक्निक की टीम ने हिस्सा लेकर हांडी फोडने में अपनी क्षमता का प्रदर्षन किया। पहले राउंड में सभी 5 टीम 2 से अधिक परामिड नहीं बनाए गए। ऐसे में उनके बीच दूसरा चरण करवाया गया, फिर भी पांचों टीमे कामयाब नहीं हो सकी। जैसे ही टीम के गोपाल युवा नीचे गिरते, उनके द्वारा ढोल-धमाकों पर नृत्य किया गया एवं श्री कृश्णजी के जयघोश लगाए जाते। तीसरे राउंड में करीब साढ़े 10 बजे मटकी को करीब 2 फिट नीचे किया गया, लेकिन तीसरा राउंड में भी हांडी नहीं फूट पाई। ऐसे में समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि मटकी को 2-3 फिट ओर नीचे किया जाए, जिसके बाद लक्की ड्रा के अनुसार टीमों के क्रम का चयन छोटे-छोटे बच्चों एवं स्वयं टीमों के कप्तान से करवाने पर बजरंग व्यायाम षाला ने आखिरकार रात ठीक 11.50 पर हांडी फोड़ने का खिताब हासिल कर लिया। बजरंग व्यायाम षाला के पहलवानों ने अपना षानदार प्रदर्षन करते हुए चैथी पिरामिड बनाकर सबसे उपर टीम का गौरव रेकवार रस्सी पर टंग गया और हांडी से नारियल निकालकर उसे फोड़कर मक्खन और षहद नीचे टीम के युवाओं को खाने के लिए दिया और झाबुआ का कान्हा बनने का खिताब हासिल कर लिया। इस टीम के कप्तान ष्याम सतोगिया, लक्की चैहान, उमेष भूरिया, पिंटू चैहान, सुधीर आदि का जीत में सराहनीय सहयोग रहा।
11 हजार रू. नगद एवं षील्ड प्रदान की गई
स्पर्धा पश्चात् विजेता टीम बजरंग व्यायाम षाला को 11 हजार रू. नगद आयोजन समिति के संरक्षक दौलत भावसार, जेवियर मेड़ा, लालाभाई चैहान, अध्यक्ष मनोहर मोदी, महासचिव सुधीर कुषवाह, अजय पंवार द्वारा प्रदान किए गए एवं षील्ड कान्हा बने गौरव रेकवार को दी गई। पुस्कार के बाद टीम के युवाओं ने जमकर खुषियां मनाते हुए आयोजनस्थल पर नृत्य किया एवं श्री कृश्णजी के जमकर जयकारे लगाए। कार्यक्रम का सफल संचालन समिति के संरक्षक दौलत भावसार एवं सकल व्यापारी संघ के सह-सचिव पंकज जैन मोगरा ने किया।