अमित शर्मा (झाबुआ अभीतक)
झाबुआ = प्रदेश में जल संरक्षण एवं जल संचयन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व 30 मार्च से प्रारम्भ हुए जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन आज झाबुआ में सांसद श्रीमती अनिता नागरसिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
कार्यक्रम में सांसद श्रीमती अनिता नागरसिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा जल संरक्षण एवं जल संचयन का संदेश दिया गया। जिसके तहत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान 30 मार्च से प्रारम्भ किया गया था। जिले में पंचायत स्तर तक विभिन्न कार्य हुए जिनमें 1125 खेत तालाब के विरुद्ध 1136 एवं 4000 डगवेल रिचार्ज के विरुद्ध 4068 बनाये गये।
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के तहत अच्छा कार्य किया जिसके लिए पूरी टीम को बधाई।
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत विभिन्न कार्य किये जाकर ग्राउंड वॉटर रिचार्ज स्ट्रक्चर पर विशेष जोर दिया गया। जिसमें डगवेल रिचार्ज, हेण्डपम्प रिचार्ज एवं रुफ वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाये गये। उन्होंने कहा कि तालाब गहरीकरण से ना केवल जल क्षमता अपितु कृषकों को उपजाऊ मिट्टी भी प्राप्त हुई है। पिछले वर्ष जल गंगा संवर्धन के कार्यों से गेहूं बोआई का रकबा बड़ा था इसी प्रकार भूजल संरक्षण से आने वाले दिनों में सकारात्मक परिणाम नजर आएंगे।
जनप्रतिनिधि श्री भानु भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संवेदनशील नेतृत्व में जल गंगा संवर्धन अभियान का प्रारम्भ हुआ।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में हुए कार्य=
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में शासन निर्देशानुसार नवीन खेत तालाब निर्माण हेतु निर्धारित लक्ष्य 1125 के विरुद्ध 1236 कार्य लागत राशि रु. 25 करोड 99 लाख स्वीकृत किए गए जिसमें 6 करोड़ 42 लाख राशि का भुगतान मजदूरों को किया गया है तथा 87 लाख सामग्री मद में भुगतान हेतु बुक किया गया है। वर्तमान में खेत तालाब के 1118 कार्य भौतिक रूप से पूर्ण किये गए है तथा शेष 07 कार्य प्रगतिरत है जिनमें पूर्णता की कार्यवाही प्रचालित है।
डगवेल रिचार्ज पीट निर्माण हेतु शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य 4000 के विरुद्ध 4068 के लागत राशि रु. 10 करोड 43 लाख स्वीकृत किए गए जिसमें 4 करोड राशि का भुगतान मजदूरों को किया गया है तथा 2 करोड सामग्री मद में भुगतान हेतु बुक किया गया है। रिचार्ज पीट के 3337 कार्य भौतिक रूप से पूर्ण किए गए हैं तथा शेष 731 कार्य प्रगतिरत है जिनमें पूर्णता की कार्यवाही प्रचलित है।
अमृत सरोवर 2.0 में शासन द्वारा 18 अमृत सरोवर निर्माण हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके विरुद्ध 18 अमृत सरोवर स्वीकृत कर प्रारंभ किए गए हैं जिनमें पूर्णता की कार्यवाही प्रचलित है। इन अमृत सरोवर के निर्माण से लगभग 2,70,000 घन मीटर जल संग्रहित होगा।
इसके अतिरिक्त 375 तालाब/चेकडेम/स्टापडेम कार्यों में जनभागीदारी से गाद निकाली गई है जिसमें 4761 किसानों की सहभागीता से 58941 ट्राली मिट्टी निकाली जाकर 2183 किसान ने अपने खेतों में भूमि की उर्वकता बढ़ाने हेतु मिट्टी डाली। गाद निकासी से तालाब/चेकडेम/स्टापडेम के कार्यों में 1.47 लाख घनमीटर जलभराव क्षमता में वृद्धि होगी। अभियान में 1047 हेण्डपंप को रिचार्ज हेतु रिचार्जपीट बनाये गए जिससे भूजल स्तर में वृद्धि होगी जिससे हेण्डपम्प के आसपास स्वच्छता बनी रहेगी। अभियान के दौरान 320 शासकीय भवनों में रुफ वाटर हार्वेस्टिंग संरचना निर्मित की गई है जिससे की निश्चित रूप से भूजल स्तर में वृद्धि होगी।अभियान के तहत सर्वश्रेष्ठ कार्य करने पर सरपंचों, सचिवों, रोजगार सहायकों को अतिथियों के द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये अतिथियों द्वारा एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया गया। साथ ही सांसद श्रीमती अनिता चौहान द्वारा सभी से एक पौधा लगाये जाने की अपील की गयी। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र सिंह चौहान, सहायक कलेक्टर श्री आशीष कुमार, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री भास्कर गाचले एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी, जन अभियान परिषद सदस्य, ग्रामीण जन उपस्थित रहे।