अमीत शर्मा। झाबुआ अभीतक
राकेश पोद्दार जिला प्रतिनिधि
झाबुआ अभीतक
झाबुआ। बुध पुष्य नक्षत्र पर बुधवार को बाजार गुलजार रहा। पूरा दिन शुभ मुहूर्त रहने से लोग अपनी व्यवस्था से खरीदी करने बाजार में पहुंचे। सुबह से ही बाजार में चहल-पहल प्रारम्भ हो गई थी। सबसे अधिक उठाव बाइक व आभूषण का रहा। पुष्य नक्षत्र को लेकर व्यापारियों ने पहले ही तैयारियां कर ली थी। एक अनुमान के मुताबिक शहरभर में 2 करोड़ से अधिक का व्यवसाय हुआ है।
पुष्य नक्षत्र के चलते सबसे अधिक उठाव बाइक व सोने-चांदी का रहा। ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खरीदने भी लोग आए। इसके लिए पहले से बुकिंग कराई गई थी। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स सामान तथा फर्नीचर की भी खरीदी शहर में अच्छी हुई। बर्तन, मोबाइल फोन, रेडीमेड कपड़े आदि की भी उम्मीद के अनुरूप खरीदी हुई। बुधवार से बाजार में दीपावली पर्व की खरीदी की धूमधाम भी शुरू हो गई।
मुहर्त मे ं खरीददारी के लिये 7 शोरूम शहर में विभिन्ना वाहनों क,े 8 इलेक्ट्रॉनिक शोरूम, 3 फर्नीचर की प्रमुख दुकानें,15 आभूषण व्यवसायी, 25 कपड़ा व्यवसायी,12 स्टेशनरी व्यवसायी, 5 बर्तन व्यवसायी, 50 अन्य व्यवसायी
ऐसे उठाव रहा
पुष्य नक्षत्र होने से दोपहिया वाहन विक्रेताओं के अनुसार दोपहिया वाहनों की अलग-अलग शोरूम पर 100 से ज्यादा वाहन बिके। लगभग 50 लाख रुपए की बिक्री का अंदाजालगाया गया है वही 50 लाख रुपए के इलेक्ट्रॉनिक सामान के बिकने की उम्मीद। सबसे ज्यादा फ्रिज, एलसीडी व एलईडी टीवी, फुली ऑटोमेटिक मशीन, कम्प्यूटर, होम थिएटर, मोबाइल फोन बिके। व्यापारी संजय शाह के मुताबिक शहर की आधा दर्जन से ज्यादा दुकानों पर पहले से बुकिंग थी। लोग मुहूर्त में सामान लेने आए।
फर्नीचर में खासी तेजी दिखी। डाइनिंग टेबल, कुर्सियां, सोफे, पलंग के साथ मोल्डेट फर्नीचर और अलमारियां भी बिकी। पूरे जिले में 20 लाख रुपए से ज्यादा के व्यापार का अनुमान। सबसे ज्यादा व्यापार आभूषणों के होने का अनुमान लगाया जा रहा है। सैकड़ों लोगों ने ज्वेलर्स से छोटी-बड़ी या महंगी-सस्ती ज्वेलरी खरीदी। व्यवसायी पवन सोनी के अनुसार शहर की डेढ़ दर्जन सराफा दुकानों में लगभग 50 लाख रुपए का व्यापार हुआ। कपड़ा व्यापार भी अच्छा रहा। रेडीमेड के चलन में आई तेजी का असर बाजार में दिखा। लगभग 15 लाख रुपए का कपड़ा बाजार रहने का अंदाजा है। स्टेशनरी दुकानों पर व्यापारी बड़ी संख्या में बहीखाते और अन्य सामान लेने पहुंचे। परंपरा अनुसार पुष्य नक्षत्र के दिन बहीखाते और अकाउंट की दूसरी वस्तुएं शुभ मुहूर्त में खरीदी जाती हैं। नरेंद्र संघवी के अनुसार लगभग 5 से 7 लाख का बाजार जिले में रहा होगा। बर्तन बाजार भी चमका हुआ रहा। विमल कटकानी ने बताया, बाजार की स्थिति ठीक रही। पुराने स्टील के बर्तनों की बजाय अब ग्राहकों का रुख ब्रांडेड और नए डिजाइन के सुंदर बरतनों की ओर है। परंपरागत तौर पर स्टील और सजावटी पीतल के बर्तन भी बिके।