शिवगंगा द्वारा आयोजित आरोग्य वन सप्ताह के तहत 5,000 से अधिक परिवारों ने लिया पौधरोपण का संकल्प झाबुआ में ग्रामीण चेतना और पर्यावरण संरक्षण का उत्सव ।।

JHABUA ABHITAK

अमित शर्मा ( झाबुआ अभीतक)
झाबुआ =शिवगंगा संस्था द्वारा आरोग्य वन सप्ताह के चौथे और पांचवें दिन (11–12 जुलाई 2025) झाबुआ जिले के विभिन्न विकास केंद्रों पर व्यापक पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीणों में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाने, स्वास्थ्य और समृद्धि को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया।
11 जुलाई को चौथे दिन के कार्यक्रमों की शुरुआत शिवगंगा आश्रम, मेघनगर से हुई, जहाँ मेघनगर विकास केंद्र से जुड़े 30 गाँवों के 330 परिवारों ने भाग लिया। इस अवसर पर 5,000 फलदार पौधे वितरित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता कलसिंह भाभर थे। शिवगंगा से सुश्री बसंती निनामा ने मुख्य वक्ता के रूप में ‘पर्यावरण संरक्षण और ग्राम समृद्धि’ विषय पर प्रेरक उद्बोधन दिया। श्री राजाराम कटारा और मीना डोयले जी ने भी अपने विचार साझा किए।
इसी दिन माही डैम, पेटलावद (बैकलदा विकास केंद्र) में 25 गाँवों के 250 परिवारों ने 3,750 फलदार पौधे ग्रहण किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यावरणविद नंदकिशोर प्रजापति कानवन जी रहे। शिवगंगा से श्री महेश शर्मा, सुश्री किरण भूरिया और संगीता डामोर ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए इस अभियान को गाँव के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था से जोड़ने की प्रेरणा दी।
12 जुलाई को पांचवें दिन का प्रमुख कार्यक्रम भाभरा मंडी में आयोजित हुआ, जहाँ भाभरा और कट्ठीवाड़ा विकास केंद्रों के 52 गाँवों के लगभग 200 परिवार एकत्रित हुए और 3,000 पौधों का वितरण हुआ। कार्यक्रम में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता माधोसिंग डावर, जनपद अध्यक्ष जगदीश गणावा और विद्यालय संचालक अलकेश शाह ने अपनी उपस्थिति दी। शिवगंगा की संगीता डामोर ने ‘शिवगंगा के कार्य की भूमिका’, किरण भूरिया ने ‘आरोग्यमय झाबुआ’ और राजाराम काटारा ने ‘फलदार पौधों के महत्व, सामाजिक उद्यमिता और समृद्धि के सपने’ विषय पर प्रेरणादायी वक्तव्य दिए।
इसी दिन पेटलावद (रायपुरिया और बामनिया विकास केंद्र) में 12 गाँवों के 100 परिवारों को 1,500 पौधे प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर पराग सिंगला (IIT दिल्ली) थे। वक्ता के रूप में मीना डोयले जी और पद्मश्री सम्मानित श्री महेश शर्मा ने आरोग्य, पर्यावरण और ग्रामोत्थान पर अपने विचार रखे।
अगला कार्यक्रम 13 जुलाई 2025 को शिवगंगा गुरुकुल, धरमपुरी में आयोजित होगा, जिसमें रामा पारा और राणापुर विकास केंद्रों से आए 800 परिवार फलदार और औषधीय पौधों को अपनाने और संरक्षण का संकल्प लेंगे।
शिवगंगा का यह अभियान ग्रामीण जीवन में "आरोग्यमय झाबुआ" की संकल्पना को मूर्त रूप देने का प्रयास है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक समृद्धि और सामाजिक चेतना का समावेश है। इन आयोजनों में ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी इस बात का संकेत है कि झाबुआ और अलीराजपुर जिले के गाँव स्वावलंबन और हरित समृद्धि की दिशा में सजगता से आगे बढ़ रहे हैं।

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